THE BEST SIDE OF SHIV CHAISA

The best Side of Shiv chaisa

The best Side of Shiv chaisa

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शक्ति और समृद्धि का प्रतीक श्री दुर्गा बीसा यंत्र मां दुर्गा को जल्द प्रसन्न करने के लिए आज ही घर में स्थापित करें शक्तिशाली दुर्गा बीसा यंत्र!

शिव को भस्म क्यों चढ़ाई जाती है, जानिए यहां भस्म आरती के राज

Devotees who chant these verses with intensive love turn into prosperous from the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to get little ones, have their desires fulfilled just after partaking of Shiva-prasad with faith and devotion.

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट से मोहि आन उबारो॥

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग बहाये ।

बृहस्पतिदेव की कथा

. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं

देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥

अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन more info को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।

पुत्र हीन कर इच्छा कोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥

ॠनिया Shiv chaisa जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥

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